गुरूवार, जुलाई 3, 2025
होमEconomyअमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको और चीन से आयात पर नई...

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको और चीन से आयात पर नई टैरिफ़्स की घोषणा की: अमेरिकी श्रमिकों की सुरक्षा के लिए एक कदम

Published on

spot_img
Follow Us : Google News WhatsApp

KKN गुरुग्राम   डेस्क | अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको और चीन से होने वाले आयात पर नई टैरिफ़्स लगाने की घोषणा की है, जो अमेरिकी श्रमिकों और उद्योगों की रक्षा करने के उद्देश्य से किया गया है। ट्रंप का कहना है कि यह कदम “अन्यायपूर्ण व्यापार प्रथाओं” से बचने और अमेरिकी आर्थिक हितों की रक्षा करने के लिए आवश्यक है। हालांकि, इस निर्णय ने वैश्विक बाजारों में हलचल मचा दी है और प्रभावित देशों द्वारा जवाबी कदम उठाने का सिलसिला शुरू हो गया है।

यह कदम वैश्विक व्यापार पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है, और इसके साथ-साथ उपभोक्ताओं पर भी इसके प्रतिकूल प्रभाव के अनुमान लगाए जा रहे हैं। ट्रंप का कहना है कि इन टैरिफ़्स का “दर्द” लंबे समय में अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लाभ में बदलेगा। लेकिन इस फैसले से वैश्विक व्यापार संघर्ष और आर्थिक तनाव बढ़ने की संभावना है।

प्रतिक्रियाएँ और जवाबी कदम

टैरिफ़्स की घोषणा के बाद मेक्सिको, चीन और कनाडा जैसे देशों ने अमेरिका से आयात पर जवाबी कदम उठाने की धमकी दी है।

  • मेक्सिको ने अमेरिकी निर्मित स्टील, बोरबोन और डेरी उत्पादों पर अतिरिक्त टैरिफ़्स लगाने का फैसला लिया है। यह कदम अमेरिकी उत्पादों के लिए बड़े झटके के रूप में सामने आया है और इस कदम का असर अमेरिकी निर्यातकों पर पड़ने की संभावना है।
  • कनाडा ने भी 25% टैरिफ़्स लगाने की घोषणा की है। कनाडा अब 4 फरवरी से अमेरिका से 30 बिलियन डॉलर के आयात पर 25% टैरिफ़्स लगाएगा। यह कदम विशेष रूप से कृषि उत्पादों और ऑटोमोबाइल पर केंद्रित है, जो अमेरिकी अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण घटक हैं।
  • चीन पहले ही अमेरिकी उत्पादों की खरीद में कमी कर चुका है और अब उम्मीद की जा रही है कि चीन इन टैरिफ़्स के जवाब में अपनी नीति में और सख्ती ला सकता है।

वैश्विक स्टॉक बाजार में गिरावट

ट्रंप द्वारा टैरिफ़्स लगाने की घोषणा के बाद, वैश्विक वित्तीय बाजारों में उथल-पुथल मच गई है। अमेरिकी स्टॉक इंडेक्स, जैसे डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज, में बड़ी गिरावट आई है, और यूरोपीय व एशियाई बाजारों पर भी इसका असर पड़ा। निवेशकों में यह चिंता है कि इन टैरिफ़्स के कारण वैश्विक विकास की गति धीमी हो सकती है।

भारतीय शेयर बाजार पर भी इसका असर पड़ा। सेंसेक्स और निफ्टी जैसे प्रमुख भारतीय सूचकांकों में गिरावट आई, जिससे निवेशकों के बीच चिंता बढ़ी।

उपभोक्ता कीमतों में वृद्धि

टैरिफ़्स की वजह से कई उत्पादों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है, जो सीधे तौर पर उपभोक्ताओं को प्रभावित करेगा। चीन से आयात होने वाले स्मार्टफोन्सलैपटॉपइलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू उपकरण महंगे हो सकते हैं। इसी तरह, मेक्सिको से आने वाले कारों और आवाकाडो जैसी खाद्य उत्पादों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है।

इससे पहले ही बढ़ती महंगाई के बीच उपभोक्ताओं के लिए रोज़मर्रा की वस्तुओं की कीमतों में और इजाफा हो सकता है। खुदरा व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि इन टैरिफ़्स का असर अंततः उपभोक्ताओं पर पड़ेगा, और सामान महंगा हो जाएगा।

मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव

टैरिफ़्स के बाद अमेरिकी डॉलर की कीमत में वृद्धि देखी गई है। डॉलर इंडेक्स 0.11% बढ़कर 109.65 तक पहुंच गया। इसके परिणामस्वरूप अमेरिकी डॉलर ने चीनी युआनमेक्सिकन पेसो और कनाडाई डॉलर जैसी मुद्राओं के मुकाबले मजबूती हासिल की।

हालांकि, मेक्सिकन पेसो और चीनी युआन की कीमतें डॉलर के मुकाबले गिर गई हैं, जिससे इन देशों की मुद्राएं कमजोर हो गईं। इससे यह संकेत मिलता है कि इन देशों की अर्थव्यवस्था पर इन टैरिफ़्स का भारी असर पड़ सकता है।

ट्रंप का बचाव: “दर्द लाभकारी होगा”

ट्रंप ने अपनी घोषणा के बाद कहा कि यह कदम अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक था, भले ही इसके परिणामस्वरूप कुछ शॉर्ट-टर्म दर्द हो। उन्होंने कहा, “क्या कुछ दर्द होगा? हां, हो सकता है। लेकिन हम अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे, और यह सब उस कीमत के लायक होगा जो चुकानी पड़ेगी।”

ट्रंप ने इसे “अमेरिका फर्स्ट” नीति का हिस्सा बताया और कहा कि इन टैरिफ़्स का उद्देश्य अमेरिकी व्यापार घाटे को कम करना और अमेरिकी विनिर्माण नौकरियों को फिर से देश में लाना है।

अमेरिकी उत्पादकों और व्यापार समूहों की चिंता

अमेरिका के कई उत्पादक, विशेष रूप से ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता, इन टैरिफ़्स से प्रभावित हो सकते हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि इससे उत्पादन की लागत बढ़ेगी, जिससे या तो नौकरियों में कटौती हो सकती है या फिर उत्पादन को अन्य देशों में स्थानांतरित किया जा सकता है।

व्यापार समूहों, जैसे कि यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स, ने भी इन टैरिफ़्स का विरोध किया है। उनका कहना है कि इस तरह के संरक्षणवादी कदम लंबे समय में अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इन समूहों का मानना है कि तात्कालिक संरक्षण प्राप्त करने के बावजूद, यह कदम अर्थव्यवस्था को कमजोर कर सकता है और बढ़ती लागतों को उत्पन्न कर सकता है।

क्या यूरोपीय संघ (EU) पर भी टैरिफ़्स लगाए जाएंगे?

ट्रंप ने पहले कहा था कि वह ब्रिटेन पर टैरिफ़्स नहीं लगाएंगे, लेकिन यूरोपीय संघ (EU) के खिलाफ इस तरह के कदम उठाए जा सकते हैं। ट्रंप ने यूरोपीय संघ पर आरोप लगाया है कि वह अमेरिका के साथ व्यापार में असंतुलन बना रहा है और अमेरिका को उचित व्यापार की पेशकश नहीं कर रहा है, विशेषकर कृषि उत्पादों और कारों के मामले में।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह व्यापार विवाद और भी लंबे समय तक चल सकता है, जिससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं और व्यापार प्रवृत्तियों में गंभीर व्यवधान उत्पन्न हो सकता है। हालांकि, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि बातचीत से स्थिति में सुधार हो सकता है, जिससे टैरिफ़्स में कुछ बदलाव हो सकते हैं।

ट्रंप द्वारा घोषित टैरिफ़्स अमेरिका के व्यापार नीतियों में एक महत्वपूर्ण मोड़ का संकेत देते हैं। जबकि इन टैरिफ़्स का उद्देश्य अमेरिकी श्रमिकों और उद्योगों की रक्षा करना है, इनका वैश्विक व्यापार पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। जब तक बातचीत और समझौते नहीं होते, तब तक ये व्यापार संघर्ष और उपभोक्ताओं की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं। ट्रंप ने इसे लंबी अवधि में लाभकारी कदम बताया है, लेकिन इसके प्रभाव को लेकर अभी कई अनिश्चितताएँ हैं।


Discover more from

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

चुनाव जीतने के लिए पर्दे के पीछे हो रही है खतरनाक तैयारी

क्या राजनीति सिर्फ चुनाव जीतने का खेल है? या फिर एक ऐसा षड्यंत्र, जिसमें...

सैयारा: अहान पांडे और अनीत पड्डा की रोमांटिक डेब्यू, ‘धुन’ सॉन्ग के साथ संगीत का जादू

फिल्म सैयारा की रिलीज़ की तारीख नजदीक आ रही है, और इसके साथ ही...

War 2: Hrithik Roshan और Jr NTR की ऐतिहासिक फिल्म जो बनी है इस साल की सबसे बड़ी उम्मीद

War 2, जिसमें Hrithik Roshan और Jr NTR मुख्य भूमिकाओं में हैं, इस साल...

मावरा होकाने का इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में फिर से उपलब्ध

मावरा होकाने, पाकिस्तान की प्रसिद्ध अभिनेत्री, का इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में फिर से उपलब्ध...

More like this

मावरा होकाने का इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में फिर से उपलब्ध

मावरा होकाने, पाकिस्तान की प्रसिद्ध अभिनेत्री, का इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में फिर से उपलब्ध...

पीएम मोदी का 5 देशों का दौरा शुरू, ब्रिक्स के प्रति प्रतिबद्धता जताई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज से एक महत्वपूर्ण 5 देशों के दौरे की शुरुआत...

चीन का दावा: दलाई लामा के चयन का अधिकार केवल चीन के पास, यह परंपरा 1793 से चली आ रही है

चीन ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया है कि दलाई लामा के चयन...

‘सरदार जी 3’ ने पाकिस्तान में बॉक्स ऑफिस पर तोड़े रिकॉर्ड

दिलजीत दोसांझ और हानिया आमिर की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'सरदार जी 3' ने 27 जून,...

‘सरदार जी 3’ ट्रेलर विवाद: गुरु रंधावा का गुस्सा, ट्वीट से जताया गुस्सा

हाल ही में 'सरदार जी 3' फिल्म का ट्रेलर लॉन्च हुआ, जिसमें पाकिस्तानी अभिनेत्री...

FWICE ने ‘बॉर्डर 2’ से दिलजीत दोसांझ को निकालने की मांग की, पूर्व मैनेजर ने किया बचाव

पंजाबी सिंगर और अभिनेता दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपने करियर के सबसे बड़े विवादों...

अंतरिक्ष से शुभांशु शुक्ला का पहला संदेश: ISS पर डॉकिंग से पहले भारत का गौरवमयी क्षण

भारत के अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर जुड़...
00:13:19

क्या फिर एक और हिरोशिमा होने वाला है?

1945 में हिरोशिमा और नागासाकी पर गिरे परमाणु बम ने मानवता को जो जख्म...

ईरान ने होर्मुज जलडमरूमध्य को किया बंद! भारत में मंडराने लगा तेल संकट, क्या कहा केंद्रीय मंत्री ने

KKN न्यूज। मिडिल ईस्ट में युद्ध के साए के बीच ईरान ने सबसे बड़ा...

कैलेंडर का चक्र: 2025 और 1941 की समानता क्या मानी जाए संकेत या संयोग?

KKN गुरुग्राम डेस्क | दुनिया भर में जारी रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास संघर्ष के बीच, हाल ही...

आज से UPI में बड़ा बदलाव: ट्रांजैक्शन स्टेटस और रिवर्सल के रिस्पॉन्स टाइम में 10 सेकेंड की कटौती

KKN गुरुग्राम डेस्क | देशभर में तेजी से बढ़ते डिजिटल पेमेंट सिस्टम के बीच आज...

क्या 500 के नोट बंद होने जा रहे हैं? सरकार ने दी अहम जानकारी

KKN गुरुग्राम डेस्क | हाल ही में सोशल मीडिया पर यह अफवाह फैल गई...

टमाटर खाने से रोक क्यों रही है अमेरिकी सरकार?

KKN गुरुग्राम डेस्क | अमेरिका की फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने देशभर के...

भारत-चीन तनाव 2025: सीमाओं पर शांति की उम्मीद या नई टकराव की आहट?

KKN ब्यूरो। 2 जून 2025। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद कोई नया...

रूस, यूक्रेन, नाटो और अमेरिका की परमाणु नीति में अंतर: 2025 की नई तस्वीर क्या कहती है?

KKN ब्यूरो। 2 जून 2025।  2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से...
Install App Google News WhatsApp